भक्तों ने मंत्रमुग्ध होकर श्रवण किया दिव्य प्रसंग
देहरादून। सिद्धपीठ प्राचीन श्री शिव मंन्दिर धर्मपुर चौक देहरादून में आज सप्तम दिवस की कथा में वृन्दावन से पधारे आचार्य वागीश जी महाराज द्वारा समस्त प्रभु भक्तों को कथा श्रवण कराई ।
महाराज जी के श्री मुख से सभी भक्तजनों ने सर्वप्रथम भगवान के सोलह हजार एक सौ सात विवाहो का वर्णन ,भौमासुर वध, भगवान क गृहस्थ जीवन का वर्णन , सुदामा चरित्र, पाण्डवो की राजसूया एवं जरासनध वध शिशुपाल का उद्वार, यदुवंश को शाप लगना (यदुवंश का संहार) भगवान श्री कृष्ण का स्वधाम गमन, शुकदेव जी का अंतिम उपदेश व शुकदेव जी का प्रस्थान करना व राजा परीक्षित मोक्ष, कलियुग के राजाओ का वर्णन, नाम संकीर्तन की महिमा,इन्हीं शब्दों के साथ व्यासजी ने श्रीमद भागवत को विश्राम दिया।सभी भक्त जनो के कल्याण के लिये भगवान श्री कृष्ण से प्रार्थना की। जय श्री कृष्ण
आज के मुख्य अतिथि अरविंद कुमार रहे। श्रोता, सुरेन्द्र गुप्ता,रमन गुप्ता, आर. के. तायल एवं देवेन्द्र अग्रवाल, आत्माराम, दीपक शर्मा, रामदास जायसवाल, प्रमोद शर्मा एवं सुनील कौशिक मदन हुरला एवं जय प्रकाश बंसल, सुदेश हूरला, शर्मिला भट्ट,मंजू शर्मा अर्चना ठाकुर सहित क्षेत्र के सैकडों श्रद्वाल उपस्थित रहे।
आज के यजमान सीताराम भट्ट परिवार, राजकुमार तायल, मदन हुरला रहे।

