नैनीताल के मल्लीताल मोहनको क्षेत्र में बुधवार देर रात एक भीषण आग ने ऐतिहासिक भवन ओल्ड लंदन हाउस को पूरी तरह से राख में बदल दिया। इस हादसे में एक महिला की जलकर मौत हो गई, जबकि उनका बेटा स्थानीय लोगों की सूझबूझ से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब पौने दस बजे रेस्टोरेंट संचालकों और राहगीरों ने भवन से उठती लपटें देखीं। तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी गई और साथ ही कुछ युवकों ने हिम्मत दिखाते हुए अंदर घुसकर इतिहासकार प्रो. अजय रावत की बहन शांता देवी के बेटे निखिल को बचा लिया। हालांकि तेज धुएं और आग के कारण शांता देवी तक कोई नहीं पहुंच सका।
दमकल की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन हाईड्रेंट खाली होने से आग बुझाने में बड़ी दिक्कतें आईं। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद रात साढ़े 12 बजे आग पर काबू पाया गया। अंदर पहुंचने पर महिला का जला हुआ शव बरामद किया गया। शव की हालत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के कारण शिनाख्त मुश्किल है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि वह शांता देवी का ही है।
1863 में बना था ओल्ड लंदन हाउस
यह भवन 1863 में अंग्रेजी शासनकाल के दौरान बनाया गया था। उस समय नैनीताल नॉर्थ प्रिवेंस कैपिटल हुआ करता था और इस इमारत में औपनिवेशिक प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी रहते थे। तीन मंजिला इस ऐतिहासिक भवन का ऊपरी हिस्सा अफसरों के लिए, बीच का हिस्सा लिपिकों के लिए और निचला हिस्सा चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के लिए निर्धारित था।
आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। फिलहाल घटना ने न केवल एक महिला की जान ले ली, बल्कि नैनीताल की एक ऐतिहासिक धरोहर को भी खाक में मिला दिया।


