Wednesday, December 31

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को घोषणा की कि उत्तराखंड के प्रत्येक जिले में एक-एक आदर्श आयुष गांव विकसित किया जाएगा, ताकि आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा मिल सके। साथ ही, प्रदेश में 50 नए योग और वेलनेस केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे।

ओल्ड राजपुर स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम ने 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो (देहरादून, 2023) की उपलब्धियों पर आधारित दस्तावेज, आयुष विभाग की कॉफी टेबल बुक और विज्ञान भारती की विज्ञान विद्यार्थी मंथन प्रतियोगिता के पोस्टर का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज भविष्य में आयुर्वेद अनुसंधान, नीति-निर्माण और जन स्वास्थ्य की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।

सीएम धामी ने कहा कि कांग्रेस और एक्सपो के माध्यम से भारत ही नहीं, बल्कि विश्वभर में यह संदेश पहुंचा है कि आयुर्वेद से उत्तम स्वास्थ्य संभव है। उन्होंने विज्ञान विद्यार्थी मंथन की सराहना करते हुए इसे युवाओं में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा और अनुसंधान की प्रवृत्ति बढ़ाने वाला अभियान बताया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में वर्तमान में 300 से अधिक आयुष्मान आरोग्य केंद्र संचालित हैं, जहां ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 70 से अधिक विशेषज्ञ ऑनलाइन परामर्श दे रहे हैं। प्रदेश में 50 और 10 बेड वाले आयुष चिकित्सालय स्थापित किए जा रहे हैं। आयुष नीति लागू कर औषधि निर्माण, शिक्षा, शोध और औषधीय पौधों के उत्पादन को भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है। आने वाले वर्षों में आयुष टेली कंसल्टेशन भी शुरू होगा।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, आरएसएस प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र सहित कई गणमान्य मौजूद रहे। शुरुआत में उत्तरकाशी के धराली गांव आपदा पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।

Share.

Leave A Reply

Exit mobile version