उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना का कार्य सुबह आठ बजे से सभी जिलों में शुरू हो गया है। कुल 32,580 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला आज ईवीएम की पेटियों से बाहर आएगा। मतपेटियों को मतगणना टेबलों तक ले जाया जा रहा है और प्रशासन की पूरी निगरानी में गिनती कार्य संचालित हो रहा है।
महिलाओं ने मारी बाजी, मैदान से मतदान तक
राज्य में दो चरणों में मतदान संपन्न हुआ, जिसमें कुल 69.16% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। महिला मतदाताओं की भागीदारी खास रही, जिन्होंने 74.42% मतदान कर पुरुषों (64.23%) को पीछे छोड़ दिया। हरिद्वार को छोड़ शेष 12 जिलों में महिलाओं ने मतदान में आगे रहकर लोकतंत्र की तस्वीर को और मजबूत किया।
कहां हुआ सबसे ज्यादा और सबसे कम मतदान?
मतदान के मामले में ऊधमसिंह नगर सबसे आगे रहा जबकि अल्मोड़ा ने सबसे कम मतदान कर पुराने रुझान को ही दोहराया। मैदानी जिलों में पर्वतीय क्षेत्रों की तुलना में ज्यादा उत्साह देखने को मिला।
चमोली में 9 ब्लॉकों पर निगाहें
चमोली जिले के सभी 9 विकासखंडों में मतगणना के लिए 83 टेबल लगाई गई हैं। सुचारु मतगणना के लिए 93 सुपरवाइजर और 372 सहायक कर्मचारी तैनात किए गए हैं। सुरक्षा के लिए सभी केंद्रों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है और बैरिकेडिंग सहित अन्य सुरक्षा उपाय पूरे कर लिए गए हैं।
कड़े निर्देश, जुलूस पर रोक
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने सभी जिलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि परिणाम घोषित होने के बाद किसी भी प्रकार के विजय जुलूस की अनुमति नहीं होगी। प्रत्याशियों के समर्थकों द्वारा जुलूस निकालने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मतगणना स्थल पर बिना अधिकृत पहचान पत्र (पोलिंग एजेंट कार्ड) के किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। प्रत्येक केंद्र पर जोनल मजिस्ट्रेट, क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्ष की अनिवार्य ड्यूटी तय की गई है।


