देहरादून पुलिस ने ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत 25 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार कर एक बड़ा खुलासा किया है। ये सभी लोग साधु का भेष धारण कर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे थे। पकड़े गए लोगों में से एक बांग्लादेशी नागरिक भी है, जिसे विदेशी अधिनियम के तहत जेल भेजा गया है, जबकि बाकी को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर हिदायत के साथ जमानत पर रिहा कर दिया गया।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तराखंड पुलिस ने यह विशेष अभियान शुरू किया है, जिसमें फर्जी साधु-संतों की पहचान और कार्रवाई की जा रही है। एसएसपी अजय सिंह स्वयं चेकिंग अभियान में शामिल रहे और लोगों को भ्रमित करने वाले बाबाओं के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की।
प्रदीप – ग्राम सुनहरी खड़खड़ी, गागलहेड़ी, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश
अजय चौहान – ग्राम कल्याणपुर, बरबीगा सेखपुरा, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश
अनिल गिरी – मुबारिकपुर, अंब, ऊना, हिमाचल प्रदेश
मंगल सिंह – शिवाजी मार्ग, कांवली रोड, देहरादून
रोझा सिंह – कांवली रोड, देहरादून
कोमल कुमार – सासनी, हाथरस, उत्तर प्रदेश
अश्वनी कुमार – सासनी, हाथरस, उत्तर प्रदेश
राजानाथ – मोथरोवाला, सपेरा बस्ती, नेहरू कॉलोनी, देहरादून
रामकृष्ण – कंसपुर, शिवपुरी, जगाधरी, यमुनानगर, हरियाणा
शौकी नाथ – खेड़ा बस्ती, शिवपुरी, जगाधरी, यमुनानगर, हरियाणा
मदन सिंह – मटियानी, मडूवा, चंपावत, उत्तराखंड
राहुल जोशी – काली देवी मंदिर, हल्दौर, बिजनौर, उत्तर प्रदेश
मो. सलीम – पिरान कलियर, हरिद्वार, उत्तराखंड
शिनभु – अलवर, राजस्थान
सुगन योगी – अलवर, राजस्थान
मोहन जोशी – दौसा, राजस्थान
नवल सिंह – अलवर, राजस्थान
भगवान सह – दौसा, राजस्थान
हरिओम योगी – दौसा, राजस्थान
रामकुमार – बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश
गिरधारीलाल – दौसा, राजस्थान
अर्जुन दास – होरियो तुला, असम
काकू – टपरी बस्ती, हरिद्वार, उत्तराखंड
सुरेश लाल – बलिया, उत्तर प्रदेश
रुकन रकम उर्फ शाह आलम – बांग्लादेशी नागरिक, बिना वैध दस्तावेज के भारत में रह रहा था
शाह आलम (बांग्लादेशी नागरिक) के खिलाफ विदेशी अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है।
बाकी 24 लोगों को शांतिभंग की धारा में गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। उन्हें चेतावनी देकर जमानत पर छोड़ दिया गया।
शाह आलम से आईबी और एलआईयू की टीमों द्वारा पूछताछ जारी है।
एसएसपी अजय सिंह ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि ऑपरेशन कालनेमि को गंभीरता और निरंतरता से चलाया जाए, ताकि साधु वेशधारी फर्जी लोग राज्य की धार्मिक छवि को नुकसान न पहुंचा सकें।


