मसूरी में अनियंत्रित रूप से बढ़ रहे अवैध निर्माणों पर अब एमडीडीए (मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण) ने सख्त रुख अपनाया है। प्राधिकरण ने साफ कर दिया है कि शहर की नैसर्गिक सुंदरता और योजनाबद्ध विकास से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने मसूरी दौरे के दौरान बताया कि अवैध निर्माणों पर रोक लगाने के लिए शहर को अलग-अलग सेक्टरों में बांटा गया है। हर सप्ताह एक दिन, पूरी टीम एक सेक्टर में जाकर रैंडम चेकिंग करेगी और जहां भी अवैध निर्माण मिलेगा, वहां तुरंत नोटिस, सीलिंग और एफआईआर तक की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पहले से सील किए गए भवनों में अगर दोबारा निर्माण पाया गया, तो संबंधित जिम्मेदार व्यक्ति पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है, जिससे वर्षों पुरानी समस्याओं का समाधान किया जा सकेगा।
कानूनी रूप से मकान बनाने वालों के लिए राहत— एमडीडीए ने अपने सॉफ़्टवेयर पर पूर्व-स्वीकृत नक्शे अपलोड किए हैं। अब लोग ऑनलाइन आवेदन कर तुरंत स्वीकृति पा सकेंगे।
तिवारी ने बताया कि भारी बारिश से मसूरी की सड़कों और फुटपाथों को नुकसान हुआ है। बारिश थमते ही मरम्मत और सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया जाएगा।
शहर की पार्किंग समस्या को दूर करने के लिए जीरो प्वाइंट पर बहुप्रतीक्षित पार्किंग निर्माण जल्द शुरू होगा। साथ ही 1998 के बाद अब पहली बार नई हाउसिंग स्कीम लाने की प्रक्रिया भी लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत शुरू हो चुकी है।
प्राकृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हुसैनगंज में ईको पार्क का निर्माण प्रस्तावित है। इसका शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा किया जा चुका है और जल्द कार्य प्रारंभ होगा।

