उत्तरकाशी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां चोरी हुए सामान और आरोपी का पता लगाने के लिए चिणाखोली गांव की नागराजा देवडोली खुद ग्रामीणों के साथ नगर कोतवाली पहुंच गई। ग्रामीणों के अनुसार मंदिर से दान पात्र और देवता की मूर्ति चोरी हो गई थी।
घटना के एक दिन पहले दो संदिग्ध व्यक्ति गांव में पहुंचे थे और मंदिर के पुजारी से बातचीत कर गांव की जानकारी ली थी। बाद में जब पुजारी लौटे तो मंदिर का दरवाजा टूटा मिला और कीमती सामान गायब था।
पुलिस ने संदेह के आधार पर दोनों व्यक्तियों को हिरासत में लिया, लेकिन उनके पास चोरी का सामान नहीं मिला। इसके बाद ग्रामीणों ने देवडोली से मार्गदर्शन लिया। देवडोली ने पहले उन दोनों को मंदिर चोरी का आरोपी बताया, फिर बताया कि घटना में कुल पाँच लोग शामिल थे, पर दो ही गांव आए थे।
देवडोली द्वारा बताए गए स्थान पर ही तीन किलोमीटर दूर चोरी हुआ दान पात्र और मूर्ति भी बरामद हो गई। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है और ग्रामीणों से लिखित शिकायत देने को कहा गया है।


