देहरादून जिले के चकराता क्षेत्र के एक राजस्व ग्राम में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि गांव के एक प्रभावशाली व्यक्ति ने छह माह की गर्भवती दलित महिला के साथ दुष्कर्म किया और बाद में पंचायत के जरिए पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाया गया। पीड़ित परिवार के मुताबिक उन्हें मामले को शांत रखने के लिए एक लाख रुपये देने की कोशिश भी की गई और घटना का ज़िक्र किसी से करने पर जान से मारने की धमकियां दी गईं। महिला की शिकायत पर राजस्व पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
घटना कैसे हुई — पीड़िता का बयान
पीड़िता, जो अपने पति के साथ विकासनगर में किराए पर रहती है, बूढ़ी दीवाली पर अपने गांव आई हुई थी। तहरीर में महिला ने बताया कि 28 नवंबर की दोपहर करीब 12 बजे वह घर के पास पनियार पर कपड़े धोने गई थी। इसी दौरान गांव का ही युवक मुकेश वहां पहुँचा और पहले उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा.
महिला के विरोध और शोर मचाने पर आरोपी ने उसका मुंह दबा दिया और उसे पास के शौचालय में घसीट ले गया। वहीं उसने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। घटना के बाद महिला किसी तरह वहां से निकली और घर पहुँचकर अपने पति को पूरी बात बताई।
पंचायत पर दबाव बनाने का आरोप
पीड़िता और उसके पति का आरोप है कि उन्होंने गांव के स्याणा से कानूनी कार्रवाई की बात की, लेकिन इसके बजाय पंचायत ने मामले को दबाने की कोशिश की। आरोप है कि पंचायत की ओर से पति को एक लाख रुपये देकर समझौता करने का दबाव बनाया गया।
दंपति का कहना है कि जब उन्होंने समझौते से इनकार किया, तो उन्हें धमकियां दी गईं कि अगर उन्होंने यह बात किसी को बताई तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पुलिस कार्रवाई
पीड़िता की शिकायत मिलने पर राजस्व पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और धमकी देने संबंधी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।


