राजधानी देहरादून के राजपुर रोड स्थित ऊषा कॉलोनी निवासी बिल्डर शास्वत गर्ग अपने पूरे परिवार के साथ बीते 20 दिनों से लापता हैं। पुलिस के अनुसार, शास्वत गर्ग अपनी पत्नी, बेटे और माता-पिता के साथ दो गाड़ियों में सवार होकर हापुड़ स्थित अपने ससुराल गए थे।
जानकारी के मुताबिक, 17 अक्तूबर की शाम को परिवार ने हापुड़ से देहरादून लौटने की बात कहकर यात्रा शुरू की थी। लेकिन उसके बाद से ही परिवार का किसी से संपर्क नहीं हुआ। परिजनों ने जब कई दिनों तक कोई खबर नहीं मिलने पर तलाश शुरू की, तब मामला हापुड़ पुलिस तक पहुंचा।
हरिद्वार तक मिली दोनों गाड़ियों की लोकेशन
हापुड़ शहर कोतवाली प्रभारी देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि जांच में परिवार की दोनों गाड़ियों की लोकेशन हरिद्वार के आसपास मिली है। इसके बाद से उनका फोन स्विच ऑफ हो गया। पुलिस ने शास्वत गर्ग और उनके परिवार के मोबाइल नंबरों की सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) निकाली, जिसमें कई नंबरों से बार-बार संपर्क के संकेत मिले।
आर्थिक लेनदेन का भी खुलासा
जांच के दौरान पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति से पूछताछ की, जिससे शास्वत गर्ग का आर्थिक लेनदेन हुआ था। सूत्रों के अनुसार, दोनों के बीच काफी बड़ा लेनदेन हुआ था, जिसकी पुष्टि कॉल रिकॉर्ड से भी हुई है। पुलिस इस लेनदेन के आधार पर अब वित्तीय विवाद या धोखाधड़ी की संभावना भी खंगाल रही है।
थानो रोड पर चल रहा था बिल्डर का प्रोजेक्ट
शास्वत गर्ग देहरादून में रियल एस्टेट बिजनेस से जुड़े हैं और उनका थानो मार्ग पर एक प्लॉटिंग प्रोजेक्ट चल रहा है। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट में कई लोगों ने निवेश किया है। परिजनों और निवेशकों दोनों के बीच चिंता और अफवाहों का माहौल बना हुआ है।
देहरादून पुलिस के पास नहीं पहुंची कोई शिकायत
इस बीच, देहरादून पुलिस का कहना है कि इस मामले में अब तक कोई औपचारिक शिकायत या सूचना दर्ज नहीं कराई गई है। एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया कि,
“हमारे पास इस घटना की कोई जानकारी या शिकायत नहीं आई है। यदि कोई संपर्क करता है तो जांच की जाएगी।”
जांच कई दिशाओं में
पुलिस फिलहाल हरिद्वार से आगे की लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज और बैंक ट्रांजैक्शन की जांच कर रही है। हापुड़ से देहरादून तक का पूरा मार्ग खंगाला जा रहा है। वहीं, परिवार के परिचितों और कारोबारी साझेदारों से भी पूछताछ की जा रही है।
बीस दिनों से पूरे परिवार का कोई सुराग न मिलने से मामला रहस्यमय और गंभीर होता जा रहा है।

