Dainik UjalaDainik Ujala
    What's Hot

    भारत-पाक तनाव के बीच साइबर अलर्ट, उत्तराखंड STF हाई अलर्ट मोड पर

    May 10, 2025

    Indo-Pak Conflict: 54 साल में पहली बार, समंदर से पाक पर भीषण वार; कराची पर कयामत की रात

    May 9, 2025

    Operation Sindoor: एयर स्ट्राइक के मद्देनज़र देहरादून एयरपोर्ट पर सुरक्षा बलों की तैनाती

    May 8, 2025
    Facebook Twitter Instagram
    Saturday, May 10
    Facebook Twitter Instagram
    Dainik Ujala Dainik Ujala
    • अंतर्राष्ट्रीय
    • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • बागेश्वर
      • चमोली
      • चम्पावत
      • देहरादून
      • हरिद्वार
      • नैनीताल
      • रुद्रप्रयाग
      • पौड़ी गढ़वाल
      • पिथौरागढ़
      • टिहरी गढ़वाल
      • उधम सिंह नगर
      • उत्तरकाशी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • अन्य खबरें
    • संपर्क करें
    Dainik UjalaDainik Ujala
    Home»उत्तराखंड»फ्लॉवर नहीं सही मायने में फायर है हरिद्वार की पुष्पा, घर चलाने के लिए 12 घंटे चलाती है रिक्शा
    उत्तराखंड

    फ्लॉवर नहीं सही मायने में फायर है हरिद्वार की पुष्पा, घर चलाने के लिए 12 घंटे चलाती है रिक्शा

    adminBy adminMarch 10, 2023No Comments1 Min Read
    Facebook Twitter Pinterest WhatsApp LinkedIn Tumblr Email Telegram
    फ्लॉवर नहीं सही मायने में फायर है हरिद्वार की पुष्पा, घर चलाने के लिए 12 घंटे चलाती है रिक्शा
    Share
    Facebook WhatsApp Twitter Email LinkedIn Pinterest

    ऐसा कहा जाता है कि यदि आप अपने जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं, तो आपको अपनी परिस्थितियों को बदलने के लिए दृढ़ संकल्पित होने की आवश्यकता है, चाहे वे कितनी भी कठिन क्यों न लगें। आज हम आपको हरिद्वार की एक ऐसी महिला के बारे में बता रहे हैं जो अपने परिवार का पेट पालने के लिए दिनभर ई-रिक्शा चलाती है।  आगे पढ़ें:

    यह भी पढ़ें: उत्तराखंड की प्रतिभा ने सीनियर महिला बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल..आप भी दें बधाई

    हरिद्वार की एक महिला रूपा अपने परिवार का भरण-पोषण करने और अपने बच्चों को पालने के लिए ई-रिक्शा चलाकर ऐसा कर रही हैं। हम बात कर रहे हैं हरिद्वार महदूद की रूपा की, जो रोजी-रोटी कमाने के लिए अपने बच्चों को पालने के लिए रोजाना 10 से 12 घंटे ई-रिक्शा चलाती हैं। रूपा को ई-रिक्शा चलाते देख कई लोग हैरान रह जाते हैं। वे उसके साहस और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा करते हैं, और वे कहते हैं कि उसमें बहुत जुनून है। यह बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज के समाज में, मेहनत करने के मामले में महिलाएं पुरुषों की तरह ही सक्षम हैं।

    Share. Facebook WhatsApp Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email Telegram
    admin
    • Website

    Related Posts

    30 जून से शुरू होगी कैलाश मानसरोवर यात्रा

    April 22, 2025

    उत्तराखंड: ट्रेन की चपेट में आने से हाथी की मौत, वन विभाग के मचा हड़कंप

    April 16, 2025

    गड्डामुक्त सड़क, पेयजल व वनाग्नि नियंत्रण पर विशेष फोकस करें- सीएम

    April 7, 2025

    वक्फ बिल को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने- सामने

    April 4, 2025
    Add A Comment

    Leave A Reply Cancel Reply

    © 2025 Dainik Ujala.
    • Home
    • Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version