Dainik UjalaDainik Ujala
    What's Hot

    केदारनाथ हादसे में लापरवाही का आरोप, आर्यन हेली के अधिकारियों पर केस दर्ज

    June 16, 2025

    बड़ी ख़बर: केदारनाथ में हेलीकाप्टर हुआ क्रैश…23 महीने की बच्ची समेत सात लोगों की मौत

    June 15, 2025

    कैंची धाम में आस्था का महासैलाब: स्थापना दिवस पर लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

    June 15, 2025
    Facebook Twitter Instagram
    Monday, June 16
    Facebook Twitter Instagram
    Dainik Ujala Dainik Ujala
    • अंतर्राष्ट्रीय
    • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • बागेश्वर
      • चमोली
      • चम्पावत
      • देहरादून
      • हरिद्वार
      • नैनीताल
      • रुद्रप्रयाग
      • पौड़ी गढ़वाल
      • पिथौरागढ़
      • टिहरी गढ़वाल
      • उधम सिंह नगर
      • उत्तरकाशी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • अन्य खबरें
    • संपर्क करें
    Dainik UjalaDainik Ujala
    Home»उत्तराखंड»Dehradun: वाहनों की पूजा कराने के लिए सुबह से ही डाट काली मंदिर में लगी भीड़, नौ शक्तिपीठों में से है एक
    उत्तराखंड

    Dehradun: वाहनों की पूजा कराने के लिए सुबह से ही डाट काली मंदिर में लगी भीड़, नौ शक्तिपीठों में से है एक

    adminBy adminAugust 30, 2023No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest WhatsApp LinkedIn Tumblr Email Telegram
    Dehradun: वाहनों की पूजा कराने के लिए सुबह से ही डाट काली मंदिर में लगी भीड़, नौ शक्तिपीठों में से है एक
    Share
    Facebook WhatsApp Twitter Email LinkedIn Pinterest

    देहरादून स्थित सिद्धपीठ डाट काली मंदिर का विशेष धार्मिक महत्व है। शहर से सात किलोमीटर दूर स्थित इस मंदिर में शनिवार और रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। डाट काली मंदिर को मां काली के चमत्कारी शक्तिपीठ के रूप में जाना जाता है, जो कि माता सती के 9 शक्तिपीठों में से एक है। देहरादून और सहारनपुर बॉर्डर पर स्थित इस मंदिर में यूं तो हर दिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है, लेकिन शनिवार को मां डाटकाली को लाल फूल, लाल चुनरी और नारियल का भोग चढ़ाने का विशेष महात्मय है। कहते हैं ऐसा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है। मंगलवार और गुरुवार सहित शनिवार को मां डाटकाली मंदिर में मां के भक्त विशाल भंडारे का आयोजन करते हैं। जब भी कोई व्यक्ति नया वाहन लेता है, तो वह सबसे पहले वाहन को लेकर विशेष पूजा अर्चना के लिए मां के दरबार में पहुंचता है। आगे पढ़िए

    यह भी पढ़ें: केदारनाथ: अन्नकूट मेले के लिए 15 कुंतल फूलों से सजा केदारनाथ धाम, जानिये क्यूँ लगता है यह मेला

    कहते हैं उनके वाहन में लगी मां की चुनरी हमेशा वाहन और वाहन चालक की सुरक्षा करती है। यही वजह है कि मंदिर के पास अक्सर नई गाड़ियों की कतार लगी दिखती है। मां डाटकाली मंदिर के महंत रमन प्रसाद गोस्वामी कहते हैं कि मां डाट काली उत्तराखण्ड सहित पश्चिम उत्तर प्रदेश की ईष्ट देवी हैं। हर रोज मां के दर्शन के लिए सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर में पहुंचते हैं और मां सबकी मनोकामना पूर्ण करती हैं। मंदिर के निर्माण की कहानी भी बेहद अद्भुत है। कहते हैं कि वर्ष 1804 में देहरादून-दिल्ली हाईवे पर सड़क निर्माण में लगी कार्यदायी संस्था सुरंग का निर्माण कर रही थी। लेकिन कंपनी दिन में जितनी सुरंग खोदती, तो रात को उतनी ही सुरंग टूट जाती थी। इससे वह परेशान हो गए। पहले मां डाट काली को मां घाठेवाली के नाम से जाना जाता था। कहते हैं कि मां घाठेवाली ने महंत के पूर्वजों के सपने में आकर सुरंग निर्माण स्थल पर उनकी मूर्ति स्थापना की बात कही थी। कार्यदायी संस्था ने ऐसा ही किया। इस तरह मां डाट काली का मंदिर अस्तित्व में आया। शनिवार को यहां विशेष पूजा अर्चना होती है। जिसमें हजारों श्रद्धालु अपनी मुराद लेकर मां के दरबार मे पहुंचते हैं।

    Share. Facebook WhatsApp Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email Telegram
    admin
    • Website

    Related Posts

    कैंची धाम में आस्था का महासैलाब: स्थापना दिवस पर लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

    June 15, 2025

    जनपद टिहरी की उषा, ग्रामीण महिलाओं को दे रही है रोजगार

    June 8, 2025

    अंकिता भंडारी को मिला न्याय…दोषियों कों मिली सजा, धामी सरकार की सख्ती और संवेदनशीलता ने दिलाया भरोसा

    May 30, 2025

    राशन विक्रेताओं के बकाया लाभांश भुगतान जल्द- रेखा आर्या

    May 27, 2025
    Add A Comment

    Leave A Reply Cancel Reply

    © 2025 Dainik Ujala.
    • Home
    • Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version