Dainik UjalaDainik Ujala
    What's Hot

    देहरादून: एंजेल चकमा मौत मामला, जन्मदिन पार्टी के मजाक से शुरू हुआ विवाद, नस्लीय टिप्पणी के सबूत नहीं

    December 30, 2025

    ऋषिकेश: जमीन छिनने के डर ने भड़काया आक्रोश, रेलवे ट्रैक जाम कर पुलिस पर पथराव

    December 29, 2025

    उर्मिला सनावर के आरोपों से भाजपा असहज, दिल्ली तक पहुंचा उत्तराखंड का सियासी भूचाल

    December 28, 2025
    Facebook Twitter Instagram
    Tuesday, December 30
    Facebook Twitter Instagram
    Dainik Ujala Dainik Ujala
    • अंतर्राष्ट्रीय
    • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • बागेश्वर
      • चमोली
      • चम्पावत
      • देहरादून
      • हरिद्वार
      • नैनीताल
      • रुद्रप्रयाग
      • पौड़ी गढ़वाल
      • पिथौरागढ़
      • टिहरी गढ़वाल
      • उधम सिंह नगर
      • उत्तरकाशी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • अन्य खबरें
    • संपर्क करें
    Dainik UjalaDainik Ujala
    Home»उत्तराखंड»पहाड़ की पीड़ा को दिखाती हुई मार्मिक फिल्म “यकुलांश”, टीम पांडवाज का बेहतरीन काम
    उत्तराखंड

    पहाड़ की पीड़ा को दिखाती हुई मार्मिक फिल्म “यकुलांश”, टीम पांडवाज का बेहतरीन काम

    adminBy adminSeptember 1, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest WhatsApp LinkedIn Tumblr Email Telegram
    पहाड़ की पीड़ा को दिखाती हुई मार्मिक फिल्म “यकुलांश”, टीम पांडवाज का बेहतरीन काम
    Share
    Facebook WhatsApp Twitter Email LinkedIn Pinterest

    क्या आप उत्तराखंड से है ? क्या आप पहाड़ से है …… तो आइये देखिये सच्ची घटना पर आधारित, पहाड़ की पीड़ा को दिखाती हुई यह मार्मिक “यकुलांश” फिल्म। टीम पांडवाज आपने वास्तव में बिल्कुल अपने छोटे से फिल्म में बिल्कुल सत्यता को दर्शाया है, पर यह वास्तव में चिंतनीय विषय है कि वास्तव में छोटे से समय में जब उत्तराखंड को बने 20, 22 साल हुए है और अभी से ही हमारे गांव खाली हो चुके या हो रहे है। पलायन वास्तव में एक चिंतनीय विषय है जिसके बारे में आज का युवा ही सोच सकता है पहल कर सकता है। आइये आपको बताते है फिल्म की पूरी कहानी जैसे की आपको पता है पांडवाज हर बार अपने दर्शकों को के लिए कुछ ना कुछ नया लेकर आते हैं। इसी कड़ी में पलायन पर आधारित पहाड़ों की खौफनाक हकीकत को बंया करती हुई शार्ट फिल्म यकुलांस द घोस्ट ऑफ विलेज लेकर आये हैं। यकुला यानि अकेला होना, गांवों में कभी हंसी ठिठोली से गूंजते अब खौफनाक सन्नाट पसरा हुआ है। रोजी-रोटी की तलाश में गावं के जवान शहरों में चले गए। हर तरफ डराने वाली खामोशी पसरी है।

    वहीं यकुलांस इन्हीं गांवो में रह रहे एक बुजुर्ग शख्स की कहानी है। जो अकेलेपन में जीता हुआ अपने मवेशियों से बातें करता नजर आता है। एक दशक के भीतर उत्तराखंड से पांच लाख से अधिक लोग पलायन कर गए हैं, जिससे पहाड़ में बसे 3,946 गांव घोस्ट विलेज बनकर रह गए हैं। फिल्म के संगीत निर्देशक हैं ईशान डोभाल, उन्होंने संगीत के माध्यम से हर भाव को छूने की कोशिश की है। फिल्म के गीतों को जगदंबा चमोला और दीपा बुग्याली ने अपनी भावपूर्ण आवाज से सजाया है। इस फइल्म के गीत को भी जगदंबा चमोला और प्रेम मोहन डोभाल ने लिखा है। घोस्ट विलेज में साउंड रिकॉर्डिंग एक चुनौती होती है, क्योंकि हर तरफ सन्नाटा पसरा होता है। इस मुश्किल को पांडवाज़ ने महसूस किया होगा। दामोदर हरि फाउंडेशन के बैनर तले बनी ये शॉर्ट फिल्म चमोली के एक घोस्ट विलेज में फिल्माई गई है। जो कि पांडवाज की टाइम मशीन सीरीज का पार्ट-4 है। फिल्म के राइटर डायरेक्टर कुणाल डोभाल हैं। आज टीम पांडवाज ने साबित कर दिया की  कला के माध्यम से चिंतन और मनन के द्वार खोले जा सकते हैं। कला किसी वर्ग या व्यक्ति को प्रसन्न या मनोरंजित करने मात्र का माध्यम नहीं है। यह आत्माभिव्यक्ती है इसे चुनौतीपूर्ण और मानसिकताओं को सोचने पर मजबूर करने वाला होना ही चाहिए। एक बार पुनः पांडवास की टीम को बहुत बहुत बधाई…देखिये वीडियो:

    ISHAAN DOBHAL NEW SONG KUNAL DOBHAL NEW SONG NEW GARHWALI SONG YAKULAANS
    Share. Facebook WhatsApp Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email Telegram
    admin
    • Website

    Related Posts

    नैनीताल: 15 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म, गर्भवती होने पर हुआ खुलासा

    December 6, 2025

    वीडियो वायरल होने के बाद भवाली की मस्जिद विवादों में, 43 नाली सरकारी भूमि कब्जे का आरोप

    December 5, 2025

    देहरादून: रेलवे भर्ती परीक्षा नकल मामले में बड़ा खुलासा, हरियाणा के व्यक्ति से चार लाख में हुई थी डील

    December 4, 2025

    रुद्रप्रयाग: बिना बताए जिला अस्पताल पहुंचे DM, CT स्कैन और सर्जरी यूनिट पर बड़ा फैसला

    December 3, 2025
    Add A Comment

    Leave A Reply Cancel Reply

    © 2025 Dainik Ujala.
    • Home
    • Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version