Dainik UjalaDainik Ujala
    What's Hot

    उत्तराखंड: स्कूलों में स्थानीय भाषा में होगी हफ्ते में एक बार भाषण और निबंध प्रतियोगिता

    June 10, 2025

    चमोली: सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने उत्तराखंड सीमा का दौरा किया, सामुदायिक रेडियो का उद्घाटन

    June 9, 2025

    जनपद टिहरी की उषा, ग्रामीण महिलाओं को दे रही है रोजगार

    June 8, 2025
    Facebook Twitter Instagram
    Tuesday, June 10
    Facebook Twitter Instagram
    Dainik Ujala Dainik Ujala
    • अंतर्राष्ट्रीय
    • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • बागेश्वर
      • चमोली
      • चम्पावत
      • देहरादून
      • हरिद्वार
      • नैनीताल
      • रुद्रप्रयाग
      • पौड़ी गढ़वाल
      • पिथौरागढ़
      • टिहरी गढ़वाल
      • उधम सिंह नगर
      • उत्तरकाशी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • अन्य खबरें
    • संपर्क करें
    Dainik UjalaDainik Ujala
    Home»Uncategorized»उत्तराखंड: इस दरगाह ने पेश की नई मिसाल, देश की आजादी के बाद पहली बार फहराया गया तिरंगा झंडा
    Uncategorized

    उत्तराखंड: इस दरगाह ने पेश की नई मिसाल, देश की आजादी के बाद पहली बार फहराया गया तिरंगा झंडा

    adminBy adminJanuary 27, 2024No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest WhatsApp LinkedIn Tumblr Email Telegram
    उत्तराखंड: इस दरगाह ने पेश की नई मिसाल, देश की आजादी के बाद पहली बार फहराया गया तिरंगा झंडा
    Share
    Facebook WhatsApp Twitter Email LinkedIn Pinterest

    हरिद्वार की विश्व प्रसिद्ध कलियर शरीफ की दरगाह पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर पहली बार तिरंगा फहराया गया. पहली बार देश की आजादी के बाद कलियर शरीफ की दरगाह पर ध्वजारोहण किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स ने शिरकत की. वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स ने कहा कि आज के इस शुभ अवसर पर मुझे यहां तिरंगा फहराने का अवसर मिला है. जिससे मैं खुश हूं और मां भारती को मैं अपना सलाम पेश करता हूं. उन्होंने कहा कि देश के अंदर हर जगह तिरंगा फहराना चाहिए.

    हरिद्वार के दक्षिण में स्थित पिरान कलियर में एक रहस्यमय शक्ति होने का दावा किया जाता है, जो यहां आने वाले भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करती है. पिरान कलियर 13वीं शताब्दी के चिश्ती संप्रदाय के संत अलाउद्दीन अली अहमद साबिर कलियारी की दरगाह है. जो बाबा फरीद (1188-1280) के उत्तराधिकारी थे. इस दरगाह को अफगान शासक इब्राहिम लोधी ने बनवाया था. सूफी संत अलाउद्दीन साबिर कलियारी का जन्म मुल्तान जिले के एक कस्बे कोहतवाल में हुआ था. उनकी मां जमीला खातून थीं, जो बाबा फरीद की बड़ी बहन भी थीं. उनके पिता सैयद अबुल रहीम की मृत्यु के बाद उनकी मां उन्हें बाबा फरीद की देखरेख में पाकपट्टन ले आईं. हरिद्वार के करीब होने के कारण यह दरगाह हिंदुओं और मुसलमानों में पूजनीय है. सदियों से इस तीर्थस्थलों के आसपास एक छोटा सा शहर विकसित हुआ और इसे पिरान कलियर नाम दिया गया.

    वहीं, रुड़की के रहमानिया मदरसे में भी तमाम मुस्लिम धर्म गुरुओं और बच्चों ने साथ मिलकर पूरे हर्ष उल्लास के साथ 75वां गणतंत्र दिवस मनाया. इस मौके पर मौलाना अरशद, मुफ्ती रईस साहब, मौलाना नौशाद साहब, मैनेजमेंट के प्रबंधक मोहम्मद मुस्तकीम साहब, गुलफाम शेख, फराज उपस्थित रहे.

     

    Share. Facebook WhatsApp Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email Telegram
    admin
    • Website

    Related Posts

    उत्तराखंड: स्कूलों में स्थानीय भाषा में होगी हफ्ते में एक बार भाषण और निबंध प्रतियोगिता

    June 10, 2025

    चमोली: सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने उत्तराखंड सीमा का दौरा किया, सामुदायिक रेडियो का उद्घाटन

    June 9, 2025

    दर्दनाक दुर्घटना: उत्तरकाशी में अनियंत्रित पिकअप वाहन सड़क से नीचे गिरा… 2 की मौत

    June 7, 2025

    थराली बैली ब्रिज निर्माण में लापरवाही उजागर, सीएम धामी ने चार इंजीनियर किए निलंबित

    June 6, 2025
    Add A Comment

    Leave A Reply Cancel Reply

    © 2025 Dainik Ujala.
    • Home
    • Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version