दून घाटी में सोमवार रात को नदियों का मिजाज अचानक डरावना हो गया। सबसे भयावह मंजर आसन नदी पर दिखा, जहां एक ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत 14 मजदूर तेज बहाव में बह गए। हादसा इतना अचानक हुआ कि उनके परिजन किनारे खड़े चीखते-चिल्लाते रह गए।
लगातार रातभर से हो रही बारिश के बाद सुबह नदी का जलस्तर सामान्य लग रहा था। मजदूर रोजाना की तरह पत्थर चुनने के लिए नदी किनारे पहुंचे। तभी अचानक पानी का सैलाब आ गया। मजदूरों को लगा कि पानी जल्द कम हो जाएगा, लेकिन कुछ ही मिनटों में तेज बहाव ने ट्रैक्टर समेत सभी को अपनी चपेट में ले लिया।
करीब तीन से चार मिनट तक मजदूर जिंदगी की जंग लड़ते रहे। कोई ट्रैक्टर पर चढ़ा तो कोई पत्थरों को पकड़ने की कोशिश करता रहा। लेकिन देखते ही देखते ट्रॉली पलट गई और सब तेज धार में बह गए। यह मंजर देख परिजनों में कोहराम मच गया।
पुलिस और SDRF टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। दो मजदूर समय रहते झाड़ियों और पत्थरों से लिपटकर बच निकले। 8 मजदूरों के शव अलग-अलग जगहों से बरामद कर लिए गए जबकि 4 अब भी लापता हैं। मृतकों में अधिकतर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से आए मजदूर शामिल हैं।
मृतकों की सूची
सोमवती (65) पत्नी हरचरण सैनी, निवासी मुरीजैन (मुरादाबाद)
रीना (30) पत्नी हरिराम, निवासी मुरीजैन (मुरादाबाद)
फरमान (30) पुत्र इदरिस, निवासी ग्राम परवल (देहरादून)
पंकज कुमार (36) पुत्र बाबूराम, निवासी बसंतावाला, थाना कैंट (देहरादून)
हरचरण (60) पुत्र फूल सिंह, निवासी मुनिया जैन थाना सोनकपुर, तहसील बिलारी (मुरादाबाद)
मदन (45) पुत्र भरत, निवासी मुनिया जैन थाना सोनकपुर, तहसील बिलारी (मुरादाबाद)
नरेश (50) पुत्र कुंवर सैन, निवासी मुनिया जैन थाना सोनकपुर, तहसील बिलारी (मुरादाबाद)
किरण पत्नी अमरपाल, निवासी मुनिया जैन थाना सोनकपुर, तहसील बिलारी (मुरादाबाद)

