Dainik UjalaDainik Ujala
    What's Hot

    चमोली: सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने उत्तराखंड सीमा का दौरा किया, सामुदायिक रेडियो का उद्घाटन

    June 9, 2025

    जनपद टिहरी की उषा, ग्रामीण महिलाओं को दे रही है रोजगार

    June 8, 2025

    दर्दनाक दुर्घटना: उत्तरकाशी में अनियंत्रित पिकअप वाहन सड़क से नीचे गिरा… 2 की मौत

    June 7, 2025
    Facebook Twitter Instagram
    Tuesday, June 10
    Facebook Twitter Instagram
    Dainik Ujala Dainik Ujala
    • अंतर्राष्ट्रीय
    • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • बागेश्वर
      • चमोली
      • चम्पावत
      • देहरादून
      • हरिद्वार
      • नैनीताल
      • रुद्रप्रयाग
      • पौड़ी गढ़वाल
      • पिथौरागढ़
      • टिहरी गढ़वाल
      • उधम सिंह नगर
      • उत्तरकाशी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • अन्य खबरें
    • संपर्क करें
    Dainik UjalaDainik Ujala
    Home»राष्ट्रीय»प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चाणक्य बिबेक देबरॉय का निधन, देश ने खोया एक प्रखर विद्वान
    राष्ट्रीय

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चाणक्य बिबेक देबरॉय का निधन, देश ने खोया एक प्रखर विद्वान

    Amit ThapliyalBy Amit ThapliyalNovember 1, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest WhatsApp LinkedIn Tumblr Email Telegram
    Share
    Facebook WhatsApp Twitter Email LinkedIn Pinterest

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चाणक्य कहे जाने वाले मशहूर अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय अब इस दुनिया में नहीं रहे। इस दिग्गज हस्ती ने शुक्रवार को 69 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली। बिबेक देबरॉय प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के प्रमुख थे और आर्थिक मोर्चे पर टीम मोदी के चाणक्य के रूप में जाने जाते थे। प्रधानमंत्री ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “बिबेक देबरॉय एक प्रखर विद्वान थे, जो अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृति, राजनीति, अध्यात्म और अन्य विविध क्षेत्रों में पारंगत थे। उन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी।”

    दिल्ली के एम्स अस्पताल में ली अंतिम सांस
    जिस वक्त बिबेक देबरॉय का निधन हुआ, उस समय वह दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। उनके योगदान और कार्यों के बारे में जानने के लिए आइए जानते हैं कि बिबेक देबरॉय कौन थे और प्रधानमंत्री के सलाहकार परिषद में शामिल होने से पहले उन्होंने क्या किया।

    कौन थे बिबेक देबरॉय
    बिबेक देबरॉय का जन्म 25 जनवरी, 1955 को मेघालय के शिलांग में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नरेंद्रपुर के रामकृष्ण मिशन स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से उच्च शिक्षा ग्रहण की। इसके अतिरिक्त, वह पुणे के गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स के चांसलर भी रह चुके थे। उन्होंने कानूनी सुधारों पर वित्त मंत्रालय/यूएनडीपी परियोजना के निदेशक के तौर पर भी कार्य किया।

    मोदी के चाणक्य कैसे बने देबरॉय?
    मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद, जब योजना आयोग के स्थान पर नीति आयोग का गठन हुआ, तब देबरॉय को इसके स्थायी सदस्य बनाया गया। उन्होंने 2015 से 2019 तक नीति आयोग के स्थायी सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद, वह प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन बने, जहां उनका मुख्य कार्य भारत के आर्थिक मामलों पर पीएम मोदी को सुझाव देना था, जिसके कारण उन्हें मोदी के ‘चाणक्य’ नाम से भी जाना जाने लगा।

    ग्रंथों का किया अनुवाद और कई किताबें लिखीं
    बिबेक देबरॉय न केवल एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे, बल्कि एक लेखक भी थे। उन्होंने महाभारत से लेकर भगवत गीता, वेद और रामायण का अनुवाद किया। 2015 में उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म श्री से सम्मानित किया गया।

    दिग्गजों ने जताया शोक
    बिबेक देबरॉय के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “बिबेक देबरॉय के निधन से देश ने एक प्रख्यात बुद्धिजीवी खो दिया है, जिन्होंने नीति निर्माण से लेकर हमारे महान ग्रंथों के अनुवाद तक, विविध क्षेत्रों को समृद्ध किया।” राष्ट्रपति मुर्मू के अलावा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत कई बड़े नेताओं ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

     

    Share. Facebook WhatsApp Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email Telegram
    Avatar photo
    Amit Thapliyal

    Related Posts

    ‘मन की बात’ का 122वां एपिसोड, पीएम मोदी ने साझा किए सेना के शौर्य और नागरिकों की भावना के किस्से

    May 25, 2025

    राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने वक्फ संशोधन विधेयक पारित कराने के लिए सरकार की ओर से दिखाई गई जल्दबाजी की कड़ी आलोचना की

    April 3, 2025

    नाकामी पर पर्दा है वक्फ बिल, भाजपा सरकार हर मोर्चे पर नाकाम- सांसद अखिलेश यादव 

    April 2, 2025

    सोशल मीडिया पर धमाल मचा रहा घिबली ट्रेंड, लेकिन बन सकता है प्राइवेसी के लिए खतरा

    April 2, 2025
    Add A Comment

    Leave A Reply Cancel Reply

    © 2025 Dainik Ujala.
    • Home
    • Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version