कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के पदभार ग्रहण समारोह ने 2027 के विधानसभा चुनाव की शुरुआत का माहौल बना दिया। समारोह में उमड़ी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ ने पार्टी नेताओं में नया उत्साह भर दिया। पूरे कार्यक्रम में नेतृत्व ने चुनावी एकजुटता और बूथ स्तर तक मजबूती पर जोर दिया।
समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए पार्टी नेताओं की तुलना पांडवों और पंचमुखी रुद्राक्ष से की। उन्होंने कार्यकर्ताओं को सख्त नसीहत देते हुए कहा कि कोई भी नेता यह न सोचे कि उसकी सीट हार जाए और बाकी 69 सीटें जीत जाएं। सभी को अपने-अपने क्षेत्र में जीत सुनिश्चित करनी होगी, तभी 2027 में नया इतिहास लिखा जा सकेगा।
हरीश रावत ने प्रीतम सिंह को ‘अर्जुन’ और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को ‘भीम’ बताते हुए कहा कि संविधान, गांधी-नेहरू-अंबेडकर के सिद्धांतों की रक्षा के लिए दोनों नेताओं की भूमिका अहम होगी। उन्होंने कहा कि प्रीतम सिंह अपनी ‘गांडीव’ और यशपाल आर्य सामाजिक न्याय की ‘गदा’ के साथ भाजपा पर प्रहार करेंगे तो जीत निश्चित है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पूर्व कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों—सबसे बड़ी पेंशन योजनाएं, रोजगार बढ़ोतरी और विकास कार्य—को जनता तक पहुंचाएं।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी कहा कि सिंद्ध नेतृत्व पूरी तरह एकजुट है और गुटबाजी की बातें केवल नीचे स्तर पर कुछ लोगों द्वारा फैलाया गया भ्रम है। ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें संगठन से दूर रखना आवश्यक है।
कुछ नेताओं को मंच न मिलने से बनी असहज स्थिति
समारोह में कुछ दिग्गज नेताओं और पूर्व मंत्रियों को मंच पर जगह नहीं मिली। संचालकों को भीड़ नियंत्रित करने और कुछ लोगों को मंच से हटाने में काफ़ी मेहनत करनी पड़ी।
खराब साउंड सिस्टम ने बढ़ाई परेशानी
पूरे कार्यक्रम के दौरान साउंड सिस्टम बार-बार बिगड़ता रहा, जिससे नेताओं को भाषण देने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ बनी उत्साह का कारण
कार्यक्रम में जुटी भारी भीड़ को देखकर पार्टी नेतृत्व गदगद नजर आया। हरीश रावत ने कहा कि जैसे बिहार में हार के बाद भी हाईकमान ने बड़े फैसले लेकर उत्साह बढ़ाया, उसी तरह उत्तराखंड में भी कार्यकर्ताओं का यह जोश आगामी चुनावों में जीत का मार्ग प्रशस्त करेगा।
‘पंचमुखी रुद्राक्ष’ की पहचान
हरीश रावत ने गणेश गोदियाल, प्रीतम सिंह, करन माहरा, हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य को कांग्रेस का ‘पंचमुखी रुद्राक्ष’ बताते हुए कहा कि इन नेताओं के पास सरकार की उपलब्धियों और भाजपा की नीतियों पर प्रहार करने के कई मजबूत मुद्दे मौजूद हैं।

