केदारनाथ धाम के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने के मुद्दे पर एक बार फिर उत्तराखंड की सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सोना गायब होने की जांच रिपोर्ट को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि गढ़वाल आयुक्त की जांच केवल सरकार को बचाने के लिए की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच के दौरान उन्हें शामिल नहीं किया गया और इस पूरे प्रकरण को दबाने की कोशिश की जा रही है। गोदियाल ने कहा कि “समय आने पर कांग्रेस सच सामने लाएगी और इसमें शामिल लोगों का पर्दाफाश किया जाएगा।”
वहीं बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने में बीकेटीसी की कोई भूमिका नहीं थी। यह कार्य एक दानदाता के आग्रह पर शासन की अनुमति और एएसआई की रिपोर्ट के आधार पर किया गया।
अजेंद्र अजय ने कहा, “यदि गोदियाल के पास कोई ठोस सबूत हैं तो वे सक्षम प्राधिकरण या न्यायालय का रुख करें, न कि सनसनी फैलाने की कोशिश करें।”

