उत्तराखंड में पौड़ी के थलीसैंण में गुरुवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही हुई है। थलीसैंण-पीठसैंण-बुंगीधार मोटर मार्ग पर बगवाड़ी गांव के समीप पुल के एक हिस्से का पुश्ता क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे चौथान पट्टी के पांच से अधिक गांवों की आवाजाही ठप हो गई है। जबकि पट्टी के 80 गांवों की आवाजाही प्रभावित हुई है। पट्टी के ग्रामीणों को भीड़ा-जसपुर-उफरैंखाल मोटर मार्ग से 30 किमी का अतिरिक्त फेरा लगाना होगा। इस आपदा से पट्टी के रौली गांव के एक ग्रामीण की गौशाला बह गई है। जिसमें 10 बकरियां व दो बैल लापता हैं। साथ ही रौली और बगवाड़ी गांव के ग्रामीणों के खेत बह गए हैं।

उत्तरकाशी में शुक्रवार रात बादलों ने खूब कहर मचाया। पुरोला, बड़कोट, नौगांव, मोरी क्षेत्र में भारी अतिवृष्टि हुई है। अतिवृष्टि के कारण पुरोला, नौगांव और बड़कोट क्षेत्र में सड़क, खेत, पैदल मार्ग, पुलिया और सड़क पर खड़े वाहनों को भारी क्षति पहुंची है। पुरोला-खलाड़ी, पुजेली, चपटाडी आदि गांव को जोड़ने वाला आरसीसी पुल भी बह गया है। यमुनोत्री हाईवे गंगनानी के पास खड़ा तीर्थ यात्रियों का वाहन मलबे की जद में आया है। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला विकासखंड पुरोला में सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों में दिनांक 22 जुलाई 2023 को अवकाश घोषित किया है।

बड़कोट के निकट राजतर गंगनानी क्षेत्र में वर्षा से नुकसान होना बताया जा रहा है। रात का समय होने और बिजली न होने के कारण अभी नुकसान का आंकलन नहीं है। भले अभी कोई जनहानि की सूचना नहीं है। वहीं करीब सवा तीन बजे जिला आपदा प्रबंधन ने अलगे तीन घंटे जनपद में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया था। शनिवार को देहरादून में बादल छाए रहे और हवाएं चलने लगीं। चमोली जिले में शुक्रवार रात से बारिश जारी रही। बदरीनाथ हाईवे पीपलकोटी बेनाकुली, ग्वालदम व गैरसैंण में बंद हो गया है। उत्‍तरकाशी में शुक्रवार की रात भारी बारिश से तबाही मच गई। यहां यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे कई जगहों पर बंद हो गया है।

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