बदरीनाथ धाम के कपाट आज सुबह रवि पुष्य योग में श्रद्धालुओं के लिए विधिवत रूप से खोल दिए गए। जैसे ही कपाट खुले, मंदिर परिसर “जय बदरी विशाल” के जयकारों से गूंज उठा। इस शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई, जिससे वातावरण भक्तिमय और आनंदमय हो उठा।

कपाट खुलने के साथ ही छह महीने से जल रही अखंड ज्योति के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे। अनुमान के मुताबिक पहले ही दिन धाम में 10,000 से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बदरीनाथ पहुंचकर भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए और विधिवत पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर बदरीनाथ मंदिर को 40 कुंतल गेंदे के फूलों से भव्य रूप से सजाया गया। देर शाम तक भी मंदिर के मुख्य द्वार की सजावट का कार्य जारी रहा।

धाम की यात्रा को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाए रखने के लिए चमोली जिला प्रशासन ने इस वर्ष तीर्थयात्रा को पॉलीथिन मुक्त रखने का निर्णय लिया है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने होटल और ढाबा संचालकों से पॉलीथिन का प्रयोग न करने की अपील की है।

इसके अलावा, कर्णप्रयाग, गौचर, नंदप्रयाग, पीपलकोटी, ज्योतिर्मठ, गोविंदघाट और पांडुकेश्वर जैसे प्रमुख यात्रा पड़ावों पर होटलों को रेट लिस्ट चस्पा करने और अग्निशमन उपकरण अनिवार्य रूप से रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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